भिलाई महिला महाविद्यालय की गृह विज्ञान की छात्राओं ने करके सीखो विधि से महिलाओं को मिलेट् व्यंजन बनाने के बताए तरीके
छात्राओं द्वारा महिलाओं को मिलेट् व्यंजनों में उपस्थित पोषक तत्वों की जानकारी भी दी गई
![](https://a2zkhabarwala.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-07-22-at-11.07.06-PM-5-821x1024.jpeg)
भिलाई। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा से. 9 में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय एवं एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना के परस्पर सामंजस्य से “मिलेट् वर्ष 2023” के अंतर्गत गृह-विज्ञान संकाय द्वारा आंगनबाड़ी, सेक्टर 7 पश्चिम भिलाई में मिलेट् (मोटा अनाज) के विभिन्न व्यंजनों को गर्भवती व धात्री महिलाओं को “करके सीखो” विधि द्वारा सिखाया गया। इस कार्यक्रम में एमएससी मानव विकास की एवं बीएससी थर्ड ईयर की अनुराधा, रीमा, सौम्या, गीताजंली, कुन्ती, रीतिका तथा अन्य छात्राओं ने स्वयं मोटे अनाज से विभिन्न व्यंजन बनाकर महिलाओं को दिखाए और इनका स्वाद भी उन्हें चखाया ताकि वे भविष्य में स्वयं इसे बना सकें। छात्राओं द्वारा उनको इसके पोषक तत्वों की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सन्ध्या मदन मोहन का मार्गदर्शन एवं आँगनबाड़ी केंद्र में स्वयं उपस्थित होकर “मोटे अनाज का उपयोग एवं पोषणीय महत्व” विषय पर उनका उद्बोधन अत्यधिक प्रेरक था।
![](https://a2zkhabarwala.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-16-at-7.46.14-PM-1024x591.jpeg)
कार्यक्रम में सीडीपीओ श्रीमती शिल्पा तिवारी ने मिलेट्स के महत्व पर प्रकाश डाला तथा महिलाओं को स्तनपान क्यों आवश्यक है इस पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण देकर उन्हें प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अन्तिम चरण में कार्यक्रम समन्वयक डॉ स्वर्णलता वर्मा द्वारा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान कर उनके प्रश्नों का उत्तर देकर उन्हें भविष्य में स्वस्थ व सुखी रहने का संकल्प कराया गया।
धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती गुरमीत कौर द्वारा किया गया तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सभी महिलाओं को उनकी सहभागिता के लिए पुरस्कृत किया गया। गृह-विज्ञान विभाग की अन्य सहा. प्राध्यापिकाओं डॉ सुनीता जी राव (विभागाध्यक्ष), श्रीमती ज्योति बाला चौबे, डॉ सरिता जोशी, डॉ रूपम यादव, डॉ राजश्री चंद्राकर तथा एमएससी टेक्सटाइल एवं क्लोदिंग की छात्राओं ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया।