भिलाई महिला महाविद्यालय की बीएड छात्राओं ने मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के साथ मनाया गणतंत्र दिवस
“समर्पण” के बैनर तले भिलाई महिला महाविद्यालय की बीएड छात्राएँ पहुंची स्नेह संपदा विद्यालय और मेंटली रिटार्डेड बच्चों के साथ बांटी खुशियां
भिलाई। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय की बीएड छात्राओं ने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस अलग तरीके से सेलीब्रेट किया।
![](https://a2zkhabarwala.com/wp-content/uploads/2023/01/WhatsApp-Image-2023-01-27-at-11.02.54-PM-1-1024x700.jpeg)
भिलाई महिला महाविद्यालय के बीएड फर्स्ट तथा फोर्थ सेमेस्टर की छात्राएँ महाविद्यालय में ध्वजारोहण के पश्चात पैदल एक रैली निकालकर सेक्टर-8 स्थित मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के स्कूल स्नेह संपदा विद्यालय पहुंची और वहाँ के स्टूडेंट्स के साथ मिलकर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और गेम्स आयोजित किए और साथ ही इन बच्चों के मध्य दैनिक दिनचर्या में काम आनेवाली सामग्री का वितरण किया तथा प्रबंधन को स्कूल संचालन में उपयोगी व आवश्यक सामग्री प्रदान की गयी।
बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम को खूब एन्जॉय किया तथा अपनी भागीदारी भी दी वहीं बीएड छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से उपस्थितजनों का मन मोह लिया।
भिलाई महिला महाविद्यालय की प्रिन्सिपल डॉ संध्या मदन मोहन ने इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि महाविद्यालय का शिक्षा विभाग “समर्पण” के माध्यम से विगत कई वर्षों से निरंतर सामाजिक कार्यों में अपना बहुमूल्य योगदान देता आ रहा है। ऐसे आयोजनों से निश्चित रूप से छात्राओं में समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी की भावना जागृत होती है।
भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोहना सुशांत पंडित ने बताया कि हमारी छात्राओं के सर्वांगीण विकास में “समर्पण” का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। इसके माध्यम से छात्राओं में आंतरिक सेवा भावना तथा नैतिक मूल्यों का विकास होता है।
![](https://a2zkhabarwala.com/wp-content/uploads/2023/01/WhatsApp-Image-2023-01-27-at-11.02.47-PM-1024x576.jpeg)
कार्यक्रम के सफल आयोजन में शिक्षा विभाग की सहा. प्राध्यापिकाओं श्रीमति हेमलता सिदार, भावना, नाजनीन बेग, आशा आर्या, काकोली सिंघा, देवयानी व श्वेता पुरी का उल्लेखनीय योगदान रहा। कार्यक्रम में स्नेह संपदा विद्यालय की प्राचार्या तथा प्रबंधक तथा स्टाफ भी उपस्थित थे।