अपने पैरों से 150 पेंटिंग बनाने वाले दिव्यांग कलाकार गोकरण का कीर्तिमान हुआ गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की प्रतिनिधि ने गोकरण के घर पहूंचकर प्रदान किया विश्व कीर्तिमान का प्रमाणपत्र
भिलाई। छत्तीसगढ़ के प्रख्यात दिव्यांग कलाकार गोकरण पाटिल का नाम अब विख्यात गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। गोकरण ने अपने पैरों से 150 पेंटिंग्स बनाई हैं जिनमें आस-पास के परिवेश से लेकर देश और दुनिया की प्रख्यात हस्तियों की पेंटिंग्स शामिल हैं। हाल ही में गोकरण ने छत्तीसगढ़ की महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से मिलकर उन्हें स्वयं बनायी हुई उनकी पेंटिंग भेंट की थी। जिस पर राज्यपाल ने उनकी प्रशंसा करते हुए हौसला अफजाई की थी।
गोकरण के विश्व कीर्तिमान का प्रमाणपत्र गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस की अधिकृत संवाददाता सोनल राजेश शर्मा ने रविवार को भिलाई स्थित उनके निवास पहुंचकर दिया। इस दौरान समाजसेवी संगठन गोल्डन एंपथी (जीई) फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्ले व समस्त पारिवारिक स्वजन उपस्थित थे। गौरतलब है की दिव्यांग कलाकार विकलांग श्रेणी में कुछ अलग ही है। मूक-बधिर होने के साथ-साथ उसके दोनों हाथ भी जन्म से ही नहीं हैं। गोकरण ने अपनी स्कूलिंग प्रयास श्रवण विकलांग संस्थान, सुपेला, भिलाई से पूरी की है, जिसके बाद उसने दुर्ग पालीटेक्निक कॉलेज से डीटीपी और स्क्रीन प्रिंटिंग का कोर्स किया। इसके पश्चात गोकरण ने यूपी के चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय से एमए फाइन आर्ट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की हुई है।