पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने छोड़ा पद, मंत्रियों का भी इस्तीफा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने अलावा राज्य की पूरी मंत्रिपरिषद का भी इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा
नई दिल्ली (एजेंसी)। पंजाब कांग्रेस में लंबी चली उठापटक के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले उन्होंने अपने करीबी विधायकों के साथ बैठक भी की और इसके बाद राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ठीक 4:30 बजे राजभवन पहुंचे और इस्तीफा दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने अलावा राज्य की पूरी मंत्रिपरिषद का भी इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। साफ है कि अब कांग्रेस को नए सीएम के अलावा पूरी कैबिनेट का ही चुनाव करना होगा।
‘यह फैसला आज ही हो गया था। एक महीने यह तीसरी बार है, जब विधायकों की मीटिंग मुझे बिना बताए हो रही है। ऐसे घटनाक्रम से मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं।’ यह बात कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कही। आज शनिवार को राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद वह पत्रकारों से बात कर रहे थे।
अमरिंदर ने कहा कि इन घटनाओं से ऐसा लग रहा था कि पार्टी को मुझ पर संदेह है कि मैं सरकार नहीं चला पा रहा हूं। इसलिए मैंने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब पार्टी अपने लिए जिसे भी भरोसेमंद मानती है, उसे चुन सकती है। उन्होंने कहा कि पार्टी जिसे सीएम बनाना चाहती है, उसे बना सकती है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह जब इस्तीफा देने गवर्नर हाउस पहुंचे तो उस वक्त उनके साथ पत्नी परनीत कौर भी मौजूद थीं। कांग्रेस पार्टी में यह भूचाल ऐसे समय पर आया है जब कुछ ही महीनों बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से सत्ता छीनने की पूरी कोशिश में जुटी हैं। राज्य में विधानसभा चुनावों के ऐन पहले पार्टी में मचा यह घमासान उसे भारी पड़ सकता है। राज्य सरकार के नेतृत्व में परिवर्तन का जनता के बीच गलत संकेत भी जा सकता है।
गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर की कार्यशैली से नाराज होकर 40 विधायकों ने और मंत्रियों ने पार्टी हाईकमान से शिकायत की थी। विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि जरूरी काम के लिए भी मुख्यमंत्री से मिलना बेहद मुश्किल है। इससे पहले हरीश रावत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश के पार्टी विधायकों ने पार्टी हाईकमान को पत्र लिख कर विधायक दल की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है जिसे देखते हुए 18 सितंबर को शाम 5 बजे यह बैठक बुलाने का फैसला लिया गया है।
भविष्य की राजनीति को लेकर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि इस पर विकल्प खुला है और मैं जल्दी ही इस पर फैसला लूंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं अपने लोगों से बात करने के बाद अपने भविष्य को लेकर फैसला लूंगा। अभी मैं कांग्रेस पार्टी में हूं। अपने साथियों से बात करने के बाद ही भविष्य पर फैसला लूंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी जॉइन करने की अटकलों पर पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस विधायक दल को नया नेता चुनना होगा। सुक्खी रंधावा, सुनील जाखड़, तृप्त राजिंदर सिंह में से किसी एक नेता को सीएम चुना जा सकता है।