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भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित अंतर्महाविद्यालयीन पीपीटी प्रेज़ेन्टेशन प्रतियोगिता के परिणाम हुए घोषित

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“गांधी जी का जीवन दर्शन” विषय पर हुई इस प्रतियोगिता में बीएड के स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़कर की शिरकत

भिलाई। भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा सेक्टर 9 में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा 152वीं गांधी जयंती के अवसर पर “गांधीजी का जीवन दर्शन” विषय पर पीपीटी प्रेज़ेन्टेशन की अंतर्महाविद्यालयीन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बीएड कोर्स की छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने भारी उत्साह दिखाया और “गांधीजी के जीवन दर्शन” को बहुत ही खूबसूरती से अपने प्रेज़न्टेशन में प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर भिलाई महिला महाविद्यालय की प्रिन्सिपल डॉ संध्या मदन मोहन ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया ने माना है, यही वजह है की उनकी जयंती को पूरा विश्व “अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस” के रूप में मनाता है। अहिंसा महात्मा गांधी के दर्शन का मूल-मंत्र रहा है, जिसके बारे में उन्होंने कहा था “अहिंसा एक दर्शन है, एक सिद्धांत है और एक अनुभव है, जिसके आधार पर समाज को बेहतर बनाया जा सकता है।” महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को शांति और अहिंसा का संदेश तो दिया ही साथ ही वे जीवन भर सत्य के मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित भी करते रहे।

महाविद्यालय की शिक्षा विभाग की हेड डॉ मोहना सुशांत पंडित ने बताया की आयोजन का उद्देश्य भावी शिक्षकों को गांधी जी के जीवन से प्रेरणा और उनकी विचारधारा को आत्मसात करने प्रेरित करना था। उन्होंने कहा की महात्मा गांधी महज एक नाम नहीं, बल्कि एक विचार है, एक सोच है। एक ऐसी सोच, जो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में आज भी प्रासंगिक बनी हुई है और करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है। महात्मा गांधी का मानवता पर गहरा यकीन था, उनका कहना था कि – आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए, मानवता एक सागर के समान होती है, सागर की कुछ बूंदें गंदी हो जाने से पूरा सागर गंदा नहीं होता।

ये रहे प्रतियोगिता के विजेता

प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भिलाई महिला महाविद्यालय की बीएड तृतीय सेमेस्टर की छात्रा गिरिजा साहू को मिला, द्वितीय स्थान पर पूजा पांडे तथा आँचल गिरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया वहीं सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षा विभाग की सहायक प्राध्यापिकाएं नाजनीन बेग तथा आशा आर्या प्रतियोगिता की संयोजक थी वहीं कार्यक्रम के सफल आयोजन में विभाग की अन्य सहायक प्राध्यापिकाओं श्रीमती हेमलता सिदार, भावना, प्रीति बिझेकर और काकोली सिंघा का सहयोग रहा।

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