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भिलाई महिला महाविद्यालय में माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी स्टूडेंट चैप्टर का उद्घाटन

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भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा पायोनियर एसोसिएशन के अंतर्गत हुई विभिन्न गतिविधियों का पुरस्कार वितरण एवं डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी, स्टेट प्रेसिडेंट – माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया एवं विभागाध्यक्ष, शासकीय साइंस कॉलेज, दुर्ग के “रीसेंट ट्रेंड्स इन माइक्रोबायोलॉजी” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। अपने व्याख्यान में डॉ प्रज्ञा ने माइक्रोबायोलॉजी में हाल के रुझानों को शामिल किया तथा विषय से संबधित नवीनतम और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जिससे इस क्षेत्र में छात्राओं का ज्ञान समृद्ध हुआ। इस अवसर पर भिलाई महिला महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसायटी स्टूडेंट चैप्टर का उद्घाटन भी माइक्रोबायोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया की प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी के हाथों किया गया।

इससे पूर्व आयोजित कार्यक्रम में भिलाई महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ संध्या मदन मोहन ने अतिथि द्वय डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी तथा एक्सपर्ट दिनेश सिंह का महाविद्यालय की ओर से स्वागत किया तथा अपने उद्बोधन में एसोसिएशन द्वारा की गयी वर्ष भर की गतिविधियों की सराहना करते हुए छात्राओं को भविष्य भी ऐसे ही बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने प्रोत्साहित किया। विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ भावना पांडेय ने वर्ष भर की गतिविधियों का विवरण दिया। पायोनियर एसोसिएशन भिलाई महिला महाविद्यालय के द्वारा माइक्रोबायोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर पूरे वर्ष विविध कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।

कार्यक्रमों की शृंखला में एक्सपर्ट दिनेश सिंह द्वारा संचालित मशरूम की खेती और स्पॉन उत्पादन पर एक मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम जैसी कुछ शैक्षिक पहल ने छात्रों को कृषि सूक्ष्म जीव विज्ञान में व्यावहारिक कौशल प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, एमएससी के छात्रों ने वर्मीकम्पोस्टिंग गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया और स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं में योगदान दिया। इस सत्र में एसोसिएशन का उद्घाटन सेंट थॉमस कॉलेज, भिलाई के प्राचार्य डॉ. एमजी रॉयमन ने इम्यूनोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार पर व्याख्यान द्वारा किया। अतिथि व्याख्यान में प्रसिद्ध रेडियोलॉजिस्ट जेएलएन अस्पताल, भिलाई डॉ. प्रतिभा इस्सर ने स्तन-कैंसर जागरूकता पर अंतर्दृष्टि प्रदान की। डॉ. प्रमोद महीश, एचओडी बायोटेक्नोलॉजी शासकीय दिग्विजय कॉलेज ,राजनांदगांव द्वारा “मिलेट्स का महत्व” विषय पर व्याख्यान, डॉ. शांतम्मा, प्राचार्य होलीक्रॉस कॉलेज, अंबिकापुर द्वारा “वर्तमान में शिक्षा- प्रणाली” विषय पर व्याख्यान दिया गया।

एसोसिएशन द्वारा कुछ रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जैसे वायरल बीमारियों पर रंगोली, जैव विविधता के संरक्षण पर पोस्टर प्रस्तुतियां, और मीम प्रतियोगिताओं ने छात्रों को महत्वपूर्ण वैज्ञानिक विषयों पर जागरूकता को बढ़ावा देते हुए अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया।

पूरे वर्ष भर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों के उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रमाण पत्र वितरित किये गये। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पी पूजा और विनीता (एमएससी), द्वितीय कविता देवांगन और विनीता (एमएससी) और तृतीय अर्पिता और चित्रा (बीएससी) रहे वहीं प्रियंका और वंदना साहू को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में श्वेता निर्मलकर – प्रथम, चंचल अग्रवाल – द्वितीय एवं नीतू पटेल – तृतीय स्थान पर रहे तथा कविता देवांगन एवं वंदना साहू को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। विभाग द्वारा मीम प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था जिसमे चित्रा सिलहरे ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। पायोनियर एसोसिएशन ने बीएससी और एमएससी के छात्रों के लिए कवर्धा में भोरमदेव शुगर फैक्ट्री की शैक्षिक यात्रा का भी आयोजन किया, जो विद्यार्थियों के लिए चीनी उत्पादन के विभिन्न पहलुओं में एक समृद्ध अनुभव और व्यावहारिक अंतर्दृष्टि थी।

आयोजित कार्यक्रम का संचालन विभाग की सहा. प्राध्यापिकाओं भाविका मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ रंजना साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग की अन्य सहा. प्राध्यपिकाओं सबीहा नाज, दिव्या पैकरा, डॉ वर्षा चंद्राकर एवं साधना गुप्ता का योगदान रहा। इस कार्यक्रम में विभाग के सभी छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय थी।

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