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छग में चल रहा सियासी घमासान फिलहाल थमा; भूपेश बघेल बने रहेंगे मुख्यमंत्री

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राहुल गांधी अगले हफ्ते आएंगे छत्तीसगढ़, राज्य सरकार की कई बड़ी परियोजनाओं का कर सकते हैं शिलान्यास

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के पद के लिए बुधवार से चल रहा सियासी घमासान फिलहाल टल गया है। राहुल गांधी के साथ हुई करीब 4 घंटे की मीटिंग के बाद पी एल पुनिया ने बताया की बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई बात नहीं हुई। इस बातचीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सीधे एआईसीसी के दफ्तर पहुंचे जहां छग से आए हुए बहुत से विधायक और काँग्रेस नेता पहले से इकट्ठे थे। वहाँ मुख्यमंत्री बघेल ने राहुल गांधी के साथ हुई मीटिंग की जानकारी दी। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया की राहुल जी से छत्तीसगढ़ के विकास के बारे में बात हुई और उन्हें छग आने का न्यौता दिया गया है जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है और वे संभवतः अगले सप्ताह छग आ सकते हैं। उन्होंने आप सीएम रहेंगे या नहीं इस सवाल पर पूरे आत्मविश्वास से कहा, “मैंने तो उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में ही छग आने का न्यौता दिया है।” ढाई साल के बाद दूसरे को सत्ता सौंपने के सवाल पर उन्होंने फिर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई। हमने आलाकमान को सारी जानकारी दे दी है। पी एल पुनिया ने भी फिर एक बार कहा कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई बात नहीं है। प्रदेश में चल रही योजनाओं और विकास कार्यों के संबंध में हमने विस्तृत चर्चा की।

गौरतलब है की आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दोपहर दिल्ली रवाना होते ही राजधानी रायपुर में सियासी पारा चढ़ गया था। शासन-प्रशासन के अधिकारीगण सुबह से ही सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर पल-पल मिल रहे अपडेट्स पर नजर गड़ाए बैठे थे। ढाई-ढाई वर्ष के फार्मूले पर फिर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार टी एस सिंहदेव के बारे में भी यह कहा गया की वे और उनके समर्थक भी दिल्ली में रुके हुए हैं। वही उनके भोपाल जाकर वरिष्ठ काँग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से मिलने की भी खबरें सोशल मीडिया पर वाइरल होती रहीं। भूपेश रहेंगे या जाएंगे इस बात पर अलग-अलग अनुमान लगाए जा रहे थे। यहाँ तक की शाम होते होते ऐसी खबर भी सोशल मीडिया पर वाइरल होने लगी की टी एस सिंहदेव की छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी की किसी भी क्षण घोषणा हो सकती है। यह भी खबर आई की दिल्ली में बिना बुलाए छत्तीसगढ़ के विधायकों और मंत्रीयों की उपस्थिति पर आलाकमान ने नाराजगी व्यक्त की है। उसके पश्चात राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पी एल पुनिया तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शाम करीब 4 घंटे की मैराथन बैठक चली जिसमें प्रियंका गांधी बीच में हीं चली गयीं और फिर वापस आकर बैठक में शामिल हुईं ऐसी खबर आई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पी एल पुनिया के बयानों ने छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन के सभी कयासों पर फिलहाल पूर्ण विराम लगा दिया है।

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